Geyser use guidelines- बाथरूम में गीजर से नहाते समय क्या सावधानी रखनी चाहिए?

Geyser use guidelines बाथरूम में नहाते समय हमें बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। आप ने बहुत सुना होगा, अखबार में पढ़ा होगा, न्यूज़ में देखा होगा कि बाथरूम में नहाते हुए जान चली गई।

और बाथरूम में नहाने के लिए गया था लेकिन वहां पर वह मरा हुआ पाया गया। तो यह घटनाएं क्यों होती हैं? उसका मुख्य कारण क्या होता है। इसके बारे में हम बात करेंगे। जो कि देखने में और सुनने में बहुत ही कॉमन सी चीज होती है कि बाथरूम में नहाते वक्त जान चली जाती है। अगर देखा जाए तो यह एक बहुत गंभीर विषय है और इसको लाइटली नहीं लेना चाहिए।

Geyser use guidelines
Geyser use guidelines

बाथरूम में जान चली जाने के कारण (Geyser use guidelines)

बाथरूम में कोई भी  रोशनदान या खिड़की या हॉल ना होने की वजह से बहुत लोगों की जान चली जाती है। क्योंकि जब हम बाथरूम में गीजर का यूज करते हैं तो बाथरूम के अंदर इतनी कार्बन डाइऑक्साइड जनरेट हो जाती है कि कुछ समय बाद ऑक्सीजन धीरे-धीरे खत्म होने लगती है।

जब ऑक्सीजन बाथरूम के अंदर खत्म हो जाती है। तो किसी भी व्यक्ति को यह एहसास नहीं हो पाता की कुछ घबराहट आदि की कोई आशंका नहीं होती और वह तुरंत ही बेहोश हो जाता है। और बेहोश होने के बाद अगर तुरंत उसको ने देखा गया तो थोड़ी देर बाद ही उसकी मृत्यु हो जाती है।

Geyser use guidelines- ऑक्सीजन खत्म होने पर किसी भी व्यक्ति को बाथरूम  पता ही नहीं चलता कि कुछ हो रहा है। वह अचानक बेहोशी छा जाती है और गिर जाता है। आपने देखा होगा और सुना होगा की बाथरूम में नहाते वक्त एक व्यक्ति की जान चली गई।

Geyser use guidelines: यहां से आप यह आइडिया लगा सकते हैं कि अगर उस व्यक्ति  को पहले से ही दम घुटने की या कुछ घबराहट होने की संभावना होती तो वह आवाज लगाकर अपनी सहायता कराने के लिए बोलता या बाहर आ जाता। लेकिन ऐसा नहीं हो पाता कई दफा तो दरवाजे तोड़ने पड़ते हैं बाथरूम के तब बाथरूम से व्यक्ति को बाहर निकाला जाता है।

इसका सीधा सीधा एक यही कारण है की ऑक्सीजन खत्म हो जाती है और व्यक्ति की मृत्यु हो जाती हैं। सभी को बाथरूम में कोई छोटी खिड़की रोशनदान या हॉल होना बहुत जरूरी है ताकि ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का आना-जाना बना रहे।

बाथरूम में गीजर का सावधानी से इस्तेमाल न करना

गीजर का इस्तेमाल करने से पहले कुछ सावधानी बरतनी चाहिए। जैसे कि अगर आप गैस का गीजर यूज कर रहे हैं तो सबसे पहले गैस की पाइप लाइन को अच्छी तरीके से इंस्टॉल करा लें। और अच्छी कंपनी की गैस की पाइप लाइन होनी चाहिए। अगर आप बिजली से चलने वाला गीजर प्रयोग कर रहे हैं तो उसको अच्छी तरीके से इंस्टॉल करा लें।

Geyser use guidelines
Geyser use guidelines

Geyser use guidelines: गीजर आप गैस का प्रयोग करें या बिजली से चलने वाला प्रयोग करें।दोनों ही गीजर आपको किसी अच्छी कंपनी के ही लगाने चाहिए। क्योंकि बहुत सारी घटनाएं ऐसी भी होती हैं कि पानी के साथ करंट आ जाने से भी जाने चली जाती हैं।  तो आपको किसी अच्छी कंपनी का ही गैस गीजर या बिजली से चलने वाला गीजर ही यूज़ करना चाहिए।

उपकरण की समय पर जांच न कराना

उपकरण की समय पर जांच न कराना– उपकरण की समय पर जांच जांच न कराना भी एक मुख्य कारण है जिसकी वजह से मृत्यु हो जाती है। क्योंकि अगर हम लोग समय पर उपकरण की जांच नहीं कराते हैं तो बिजली से चलने वाला गीजर अंदर से कुछ पार्ट्स डैमेज होने की वजह से पानी के साथ करंट आने की संभावना बढ़ जाती है। और गैस गीजर में गैस लीक होने का खतरा बढ़ जाता है। तो इसलिए आपको समय-समय पर उपकरण की जांच करा लेनी चाहिए यह कारण भी एक मुख्य कारण में से एक है।

बाथरूम का बहुत छोटा होना

बाथरूम का बहुत छोटा होना– बाथरूम का बहुत छोटा होना भी एक कारण है। क्योंकि अगर बाथरूम का साइज छोटा होगा तो बाथरूम में उपस्थित ऑक्सीजन ज्यादा समय के लिए नहीं यूज़ हो पाएगी ।और यह घटना बहुत जल्दी घट  जाएगी।

क्योंकि अगर बाथरूम में रोशनदान या कोई खिड़की न होने की वजह से और बाथरूम छोटा होने से उसके अंदर एक लिमिटेड ऑक्सीजन ही रहती है। और वह गीजर का यूज करने से कुछ ही देर में खत्म हो जाती है। जिस वजह से किसी भी व्यक्ति की जान जा सकती हैं। बाथरूम का साइज ज्यादा छोटा है तो आपको रोशनदान  या छोटी खिड़की जरूर होनी चाहिए।

  Geyser use guidelines: अगर आप इन सावधानियों का ध्यान रखेंगे तो आप निश्चित रूप से बाथरूम में होने वाली घटनाओं से दूर रहेंगे दोस्तों अगर पोस्ट अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि यह जानकारी बहुत लोगों तक पहुंच सके।

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *