10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?

10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?: सोलर सिस्टम की जागरूकता दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. जिसका एक महत्वपूर्ण कारण है. हैवी बिजली बिल का आना जिसकी वजह से प्रत्येक व्यक्ति यह चाहता है कि बिजली बिल से कैसे छुटकारा मिले. और कैसे हम बिजली बिल को सेव कर पाए. आपने देखा होगा कि काफी जगह पर बहुत बड़े-बड़े सोलर प्लांट लगाए जाते हैं.

10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?
10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?

तो क्या आपने कभी सोचा है कि यह सोलर प्लांट क्यों लगाई जा रहे हैं. इनका क्या फायदा है. और सोलर प्लांट के लगाने का क्या फायदा है? या सोलर प्लांट को लगाने का कितना खर्चा आएगा? सोलर प्लांट लगाने पर हमें कितना बिजली की बिल में बचत होगी? यह सारी बातें आपके दिमाग में जरूर आती होगी. अगर हम सबसे पहले बात करें की सोलर सिस्टम या तो बिजली के बिल को बचाने के लिए यूज किए जाते हैं या ऐसी जगह लगाए जाते हैं. जहां पर ग्रेड की सप्लाई नहीं आ रही है. तो मजबूरी में अपना काम चलाने के लिए सोलर सिस्टम को लगाया जाता है.

10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?: सोलर सिस्टम को कहीं भी लगाया जा सकता है. जहां पर धूप आती हो. क्योंकि सोलर सिस्टम धूप से ही पावर जेनरेट करता है. अगर आप सोलर सिस्टम कहीं ऐसी जगह लगाने की सोच रहे हैं जहां पर छाव रहती है. तो वह आपके लिए फायदेमंद नहीं होगा. इसलिए आपको सोलर सिस्टम वहां पर लगाना है. जहां पर अच्छी धूप आती है. और मैक्सिमम धूप पैनल के ऊपर पूरे दिन आती हो.

10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?: क्या आपने कभी सोचा है कि सोलर सिस्टम लगाने पर हमें कितने बिजली बिल में राहत मिलेगी. हमें कितनी यूनिट कि प्रतिदिन बचत होगी? यहां पर हम आपके सभी सवालों का जवाब देने वाले हैं.

किसी अच्छी कंपनी का सोलर सिस्टम लगाते हैं. तो आप को करीब 10 किलोवाट सोलर सिस्टम को लगाने पर 50 से 55 यूनिट प्रतिदिन आपकी पावर जनरेट होगी. और अगर आप किसी पुरानी टेक्नोलॉजी के सोलर पैनल यूज करते हैं. तो आपको 45 से 50 मिनट के आसपास पावरजनरेट होगी. इतना फर्क आपको न्यू टेक्नोलॉजी और old टेक्नोलॉजी में देखने को मिलेगा. (10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?:)

On-Grid

ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम वहां लगाए जाते हैं. जहां पर लाइट कुछ ही समय के लिए जाती है. क्योंकि ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम तभी काम करते हैं जब लाइट सुचारू रूप से आती रहती है अगर लाइट चली जाएगी तो आपका सोलर सिस्टम भी काम करना बंद कर देता है.

10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?
10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?

10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?: ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम अपने घर पर लगाना चाहते हैं तो आपको यहां पर बैटरी लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम में बैटरी नहीं लगाई जाती इस टाइप के सोलर सिस्टम से आप जितना मर्जी उतना लोड चला सकते हैं क्योंकि इस सिस्टम में आपका लोड सोलर पैनल और ग्रिड की सप्लाई को मिलाकर चलाना होता है.

Off-Grid

10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?: ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम आप वहां पर लगाएं जहां पर लाइट ज्यादा जाती है. क्योंकि आपको ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम के साथ बैटरी लगानी पड़ती हैं. जो कुछ ऑन ग्रिड के मुकाबले महंगा पड़ता है. ऑफ ग्रिड सिस्टम में आपको गवर्नमेंट सब्सिडी भी नहीं मिल पाती

जैसे कि आपको पता होगा कि सोलर सिस्टम तीन प्रकार के होते हैं ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम और हाइब्रिड सोलर सिस्टम. अब यहां पर आप सोच रहे होंगे कि यह तीन प्रकार के सोलर सिस्टम का क्या काम है. यहां पर हो सकता है आपको कुछ कंफ्यूजन हो रही हो. तो मैं यहां पर आपको क्लियर कर देना चाहता हूं कि ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम आप वहां पर लगाएं जहां पर लाइट ज्यादा जाती है. क्योंकि आपको ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम के साथ बैटरी लगानी पड़ती हैं.

10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?: जो कुछ ऑन ग्रिड के मुकाबले महंगा पड़ता है. ऑफ ग्रिड सिस्टम में आपको गवर्नमेंट सब्सिडी भी नहीं मिल पाती. अब बात करते हैं. ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम की ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम वहां लगाए जाते हैं. जहां पर लाइट कुछ ही समय के लिए जाती है. क्योंकि ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम तभी काम करते हैं जब लाइट सुचारू रूप से आती रहती है अगर लाइट चली जाएगी तो आपका सोलर सिस्टम भी काम करना बंद कर देता है.

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10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?: क्योंकि ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम को आप बिजली विभाग से परमिशन के बाद ही लगा सकते हैं. ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम में बैटरी बैकअप लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है. तो यहां पर आपको बैटरी का खर्चा पूरा पूरा save हो जाता है और ऑन ग्रिड सिस्टम ऑफ ग्रिड के मुकाबले सस्ता पड़ता है. ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम एक netmetering लगाना पड़ता है जिससे आप दिन के समय में अगर आपकी पावर ज्यादा जनरेट हो रही है. तो वह ग्रेड में चली जाती है. और रात के समय में आप ग्रेड से पावर को ले सकते हैं.

10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?: इस प्रकार से पूरे महीने में अगर आपने जनरेशन 450 यूनिट की है और आप की खपत 400 यूनिट ही है. तो आपकी 50 यूनिट बिजली विभाग के पास सर प्लस रहती हैं. अगर अगले महीने आपने 50 unit ज्यादा खर्च कर लेते हैं तो आप का बिजली का बिल जीरो ही रहता है. यही फायदा होता है ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम में कि आपको यहां पर बैटरी लगाने की जरूरत नहीं पड़ती. लेकिन उसके लिए लाइट कट ज्यादा नहीं होना चाहिए.

हाइब्रिड सोलर सिस्टम

अब बात कर लेते हैं हाइब्रिड सोलर सिस्टम की हाइब्रिड सोलर सिस्टम में एक ऐसा सिस्टम होता है जो ऑफ गिरी और ऑन ग्रेट और रेट और रेट दोनों का मिश्रण होता है मतलब कि दोनों इनवर्टर को मिलाकर एक हाइब्रिड सोलर इनवर्टर बनाया गया है इसमें आप बैटरी भी लगा सकते हैं और बिजली विभाग से बात करके फोन की रेट का भी पूरा मजा ले सकते हैं यह सिस्टम थोड़ा सा दोनों सिस्टम के मुकाबले महंगा पड़ता है

10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?:

  • Two-Ton Inverter AC,
  • Room Heater.
  • Cooler,
  • Ceiling Fan,
  • Tube light,
  • Refrigerator(Up-to 500 L),
  • LED Bulb,
  • Music System(Sound System),
  • LED TV,
  • Set-Top Box,
  • Juicer-Mixer Grinder,
  • Laptop,
  • Desktop Computer(PC)
  • Printer(Small),
  • Toaster (800w),
  • Washing Machine auto & semi-auto,

10 किलोवाट सोलर पैनल से क्या-क्या चला सकते हैं?:

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